
इसके ठीक उलट, आयुर्वेद में इसे कई रोगों का उपचार किया जाता है, एवं गुणकारी बताया जाता है.
सामग्री और उपयोग घरेलू उपचार त्वचा की देखभाल बालों की देखभाल मेकअप
हरी मिर्च में विटामिन-ई पाया जाता है. विटामिन ई को स्किन के लिए अच्छा माना जाता है.
जानें जामुन खाने के फायदे और नुकसान के बारे में
हरी मिर्च में कैप्साइसिन होता है। इसके अधिक सेवन से आप को त्वचा सम्बंधित एलर्जी हो सकती है। इसका अधिक मात्रा में सेवन करना हमारे शरीर के लिए हानिकारक है। अगर पाईल्स की समस्या हो तो हरी मिर्च नहीं खानी चाहिए। सर्वाअधिक तीखा मिर्चा खाने से तंत्रिका तंत्र को नुकसान पहुँचता है।
रक्त में यदि ग्लूकोज का स्तर बहुत अधिक बढ़ जाए तो डायबिटीज की बीमारी हो जाती है. जो धीरे-धीरे पूरे शरीर को खोखला कर कई तरह की बीमारियों को जन्म देती है.
लेकिन, हरी मिर्च खाने के स्वाद को ही नहीं, सेहत को भी सुधारने का काम कर here सकती है.
ताकि शरीर के तापमान को प्राकृतिक तौर पर नियंत्रित रखा जा सके.
– बहुत ज्यादा लाल मिर्च खाने से अस्थमा का अटैक पड़ सकता है। वहीं अगर आपको सांस संबंधी कोई समस्या है तो लाल और हरी दोनों ही मिर्च से तो बिल्कुल दूर रहें।
मिर्च में दर्द निवारक तत्व होने के कारण आजकल कई शोध चल रहे हैं.
अस्वीकरण: सलाह सहित यह सामग्री केवल सामान्य जानकारी प्रदान करती है. यह किसी भी तरह से योग्य चिकित्सा राय का विकल्प नहीं है.
हरी मिर्च में कैप्सियासिन नामक यौगिक मौजूद होता है, जो इसे तीखा बनाता है. मिर्च खाने से खून साफ होता है और नसों में खून का फ्लो तेजी से होता है.
यदि कहा जाये कि भारतीयों एवं एशिया मूल के लोगों की उच्च इम्युनिटी के पीछे मिर्ची, हल्दी और अन्य गरम मसालों का ही योगदान है तो कोई अतिश्योक्ति नहीं.
इस आलेख में हमने हरी मिर्च खाने के फायदे और नुकसान दोनों की विशेष रूप से चर्चा की हैं। हरी मिर्च का तीखापन अधिकांश भारतीय व्यंजनों में पाया जा सकता है। वे खनिज, विटामिन और कई अन्य यौगिकों से भरपूर होते हैं। हरी मिर्च आपके मुंह में जलन पैदा कर सकती है, लेकिन यह आपके दांतों, हड्डियों, रक्तचाप और संपूर्ण स्वास्थ्य के लिए मददगार भी साबित हो सकती है। अधिक जानकारी के लिए जुड़े रहें ।